गर जोर मेरो चाल हिरा मोतिया स नजर उतार दू
सोना चाँदी वारदु
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
चाँद सा दूल्हा बन बैठा सरकार,
इन अंखियन का घुंघरू बना कर
तेरे चरण में बांध दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
चाँद सा दूल्हा बन बैठा सरकार,
चाँद और सूरज की लाली ले
चाँद और सूरज की लाली ले
होठा लाली लगाय दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोना सोना चाँद सा दूल्हा बन बैठा सरकार,
कल जड़ को बना के काजल
अंखिया माहि घाल दूँ
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोना सोना चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
इन पलका की कंघी बना
इन पलका की कंघी बना
घुंघराला बल संवारादु
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोना सोना चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
रोम रोम की झाड़ू बना मै चोखट तेरी बुहारादु
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोना सोना चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
अन्सुं की गंगा से तेरा पवन चरण पखार दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोना सोना चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
सारी दुनिया के रेशम से थारो पर्दों बने दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोणा सोणा चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
सारा रंग ले इन्द्र धनुष से थारो बाग़ रंगाय दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोणा सोणा चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार
इ धरती की बना के टिकी थार माथे लगाय दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोणा सोणा चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
नील गगन की बना के मखमल मोर छारी ने सजाय दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोणा सोणा चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
सार बदन की चमड़ी उतारू थारी ज्युति बनाय दू
प्यरा-प्यारा श्याम धनि का खूब सजा दरबार,
सोणा सोणा चाँद सा दूल्हा बन बैठ्या सरकार,
बनवारी तन निरख निरख कर सो सो जन्म गुजार दू
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